एनजीटी के आदेश के अनुपालन में कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी -एस.राजलिंगम*रोहित सेठ*वरुण और अस्सी नदी को प्रत्येक दशा में संरक्षित किया जायेगा - जिलाधिकारी**सम्बन्धित विभाग गम्भीरता से पर्यावरण के सुरक्षा की ज़िम्मेदारी निभायें - डीएम*जिलाधिकारी एस.राजलिंगम द्वारा कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में गंगा नदी की सहायक नदियों वरुणा एवं अस्सी नदी की बहाली एवं कायाकल्प किए जाने से संबंधित बैठक की समीक्षा की गई। यह बैठक NGT द्वारा ओए 128/2021 सौरभ तिवारी बनाम यूनियन आफ इंडिया व अन्य में पारित आदेश दिनांक 23-11-2021 के अनुपालन में निष्पादन समिति की बैठक सम्पन्न हुई। जिलाधिकारी द्वारा सख्त निर्देश दिए की 1 माह मे सभी संबंधित विभाग एनजीटी द्वारा पारित आदेश का अनुपालन सुनिश्चित करें अन्यथा लापरवाही बरतने वाले विभाग कड़ी कार्यवाही के लिए तैयार रहें। सिंचाई विभाग को निर्देशित करते हुए कहा कि CEMDE से तत्काल सर्वेक्षण कराकर सीडब्ल्यूएस एवं बायो डायवर्सिटी पार्क की डिटेल डिजाइन ड्राइंग प्राप्त कर माह अप्रैल तक कार्यवाही पूर्ण कराएं। गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई की कार्यशैली पर नाराजगी व्यक्त करते हुए 80एमएलडी एवं 140 एमएलडी क्षमता के एसटीपी दीनापुर एवं 8 एमएलडी भगवानपुर के एसडीपी का तत्काल डीपीआर तैयार करा कर एनएमसीजी को स्वीकृति हेतु प्रेषित करने का निर्देश दिया। इसी प्रकार बीएसडब्ल्यू में स्थापित 12 एमएलडी क्षमता के एसटीपी के उच्चीकरण की कार्यवाही हेतु निर्देशित किया। वरुणा और अस्सी नदी पर अतिक्रमण के हटाने की कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए वाराणसी विकास प्राधिकरण, नगर निगम, सिंचाई तथा संबंधित उप जिलाधिकारी व अपर नगर मजिस्ट्रेट की गठित टीम को 15 दिन का समय देते हुए आख्या प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। वरुणा नदी में निस्तारित होने वाले नालों को तत्काल ठीक करा कर नगर निगम को हस्तगत करने का निर्देश दिया। इसके अलावा डिसिल्टिंग के पश्चात बनने वाले बंधों पर वन विभाग द्वारा वृक्षारोपण करा कर संरक्षण किए जाने का भी निर्देश दिया। बैठक में एडीएम सिटी गुलाब चंद, पीसीबी के क्षेत्रीय अधिकारी डॉक्टर पी सी शुक्ला सहित अभी संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
रोहित सेठ
*वरुण और अस्सी नदी को प्रत्येक दशा में संरक्षित किया जायेगा - जिलाधिकारी*
*सम्बन्धित विभाग गम्भीरता से पर्यावरण के सुरक्षा की ज़िम्मेदारी निभायें - डीएम*
जिलाधिकारी एस.राजलिंगम द्वारा कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में गंगा नदी की सहायक नदियों वरुणा एवं अस्सी नदी की बहाली एवं कायाकल्प किए जाने से संबंधित बैठक की समीक्षा की गई। यह बैठक NGT द्वारा ओए 128/2021 सौरभ तिवारी बनाम यूनियन आफ इंडिया व अन्य में पारित आदेश दिनांक 23-11-2021 के अनुपालन में निष्पादन समिति की बैठक सम्पन्न हुई।
जिलाधिकारी द्वारा सख्त निर्देश दिए की 1 माह मे सभी संबंधित विभाग एनजीटी द्वारा पारित आदेश का अनुपालन सुनिश्चित करें अन्यथा लापरवाही बरतने वाले विभाग कड़ी कार्यवाही के लिए तैयार रहें।
सिंचाई विभाग को निर्देशित करते हुए कहा कि CEMDE से तत्काल सर्वेक्षण कराकर सीडब्ल्यूएस एवं बायो डायवर्सिटी पार्क की डिटेल डिजाइन ड्राइंग प्राप्त कर माह अप्रैल तक कार्यवाही पूर्ण कराएं।
गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई की कार्यशैली पर नाराजगी व्यक्त करते हुए 80एमएलडी एवं 140 एमएलडी क्षमता के एसटीपी दीनापुर एवं 8 एमएलडी भगवानपुर के एसडीपी का तत्काल डीपीआर तैयार करा कर एनएमसीजी को स्वीकृति हेतु प्रेषित करने का निर्देश दिया।
इसी प्रकार बीएसडब्ल्यू में स्थापित 12 एमएलडी क्षमता के एसटीपी के उच्चीकरण की कार्यवाही हेतु निर्देशित किया।
वरुणा और अस्सी नदी पर अतिक्रमण के हटाने की कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए वाराणसी विकास प्राधिकरण, नगर निगम, सिंचाई तथा संबंधित उप जिलाधिकारी व अपर नगर मजिस्ट्रेट की गठित टीम को 15 दिन का समय देते हुए आख्या प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
वरुणा नदी में निस्तारित होने वाले नालों को तत्काल ठीक करा कर नगर निगम को हस्तगत करने का निर्देश दिया। इसके अलावा डिसिल्टिंग के पश्चात बनने वाले बंधों पर वन विभाग द्वारा वृक्षारोपण करा कर संरक्षण किए जाने का भी निर्देश दिया।
बैठक में एडीएम सिटी गुलाब चंद, पीसीबी के क्षेत्रीय अधिकारी डॉक्टर पी सी शुक्ला सहित अभी संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
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