*आर्य महिला पीजी कॉलेज में छात्राओं ने जमकर खेली होली*रोहित सेठ*होली के लोकगीतों के बीच जमकर उड़ा अबीर गुलाल*वाराणसी। होली के अवकाश के पूर्व शनिवार को आर्य महिला पीजी कॉलेज में होली का उल्लास नजर आया। छात्राओं ने जमकर अबीर गुलाल से होली खेली और एक दूसरे से गले मिलकर उन्हें होली की शुभकामनाएं दी। होली के उत्सव का रंग तब और जम गया जब लोकगीत संगीत होलिया में उड़े रे गुलाल, होली आई रे कन्हाई,अवध में होली खेले रघुवीरा,रंगी सारी गुलाबी चुनरिया, आज बिरज में होली रे रसिया, जैसे आदि होली के लोकगीतों पर उड़ते गुलाल के बीच छात्राओं ने जमकर नृत्य भी किया।इस मौके पर कॉलेज की प्राचार्या प्रोफेसर रचना दुबे ने सभी को होली पर्व की बधाई देते हुए होली के महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि यह पर्व आपसी भाईचारे प्रेम और सौहार्द का पर्व है। हमें मिलजुल कर इस पर्व को मनाना चाहिए। उन्होंने कृत्रिम रंगों के प्रयोग से बचने और हर्बल हो रंगों का प्रयोग करने की छात्राओं से अपील की, ताकि होली के उमंग में कहीं कोई व्यवधान ना हो और सभी स्वस्थ रहें।*मीडिया सेल*आर्य महिला पीजी कॉलेज वाराणसी
आर्य महिला पीजी कॉलेज में छात्राओं ने जमकर खेली होली*
रोहित सेठ
*होली के लोकगीतों के बीच जमकर उड़ा अबीर गुलाल*
वाराणसी। होली के अवकाश के पूर्व शनिवार को आर्य महिला पीजी कॉलेज में होली का उल्लास नजर आया। छात्राओं ने जमकर अबीर गुलाल से होली खेली और एक दूसरे से गले मिलकर उन्हें होली की शुभकामनाएं दी। 
होली के उत्सव का रंग तब और जम गया जब लोकगीत संगीत   होलिया में उड़े रे गुलाल, होली आई रे कन्हाई,अवध में होली खेले रघुवीरा,रंगी सारी गुलाबी चुनरिया, आज बिरज में होली रे रसिया, जैसे  आदि होली के लोकगीतों पर उड़ते गुलाल के बीच छात्राओं ने जमकर नृत्य भी किया।
इस मौके पर कॉलेज की प्राचार्या प्रोफेसर रचना दुबे ने सभी को होली पर्व की बधाई देते हुए होली के महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि यह पर्व आपसी भाईचारे प्रेम और सौहार्द का पर्व है। हमें मिलजुल कर इस पर्व को मनाना चाहिए। उन्होंने कृत्रिम रंगों के प्रयोग से बचने और हर्बल हो रंगों का प्रयोग करने की छात्राओं से अपील की, ताकि होली के उमंग में कहीं कोई व्यवधान ना हो और सभी स्वस्थ रहें।
*मीडिया सेल*
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