भगवान को पाने के लिए बस उन्हें पुकारो और प्रतीक्षा करो-शांतनू जी महराजरोहित सेठश्रीराम कथा के सप्तम दिवस पर पूज्य महाराज जी ने कहा कि भगवान को पाने के लिए बस उन्हें पुकारो और प्रतीक्षा करो मैया शबरी ,अहिल्या ने पूरे जीवन भगवान कि प्रतिक्षा की और अंततः भगवान उनके पास स्वयं जाकर उनको दर्शन दिए हैपूज्य महाराज जी ने कहा कि हैम सब की यही स्थिति होनी चाहिए कि भगवान के लिए माल में ललक ,प्यास होनी चाहिएइसीलिए भगवान जब भारद्वाज मुनि के पास गए तो उन्होंने यही कहा कि आज उनके सम्पूर्ण मनोरथ पूर्ण हो गएमहाराज जी ने गुरु महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि जिसका कोई गुरु नही उसका जीवन शुरू नही और गोस्वामी जी ने सम्पूर्ण मानस में समय समय पर गुरु महिमा का बखान किया हैचित्रकूट किलीला का बहुत ही सुंदर व मार्मिक वर्णन किया गया एवं दसरथ जी के मार्मिक महाप्रयाण का महाराज जी ने दर्शन कराया... इस अवसर पर आयोजक आशुतोष प्रताप सिंह,डा.संजय सिंह राठौर,वीरेन्द्र दूबे,किशन चौबे,विष्णु रघुंवशी सहित हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति रही।
रोहित सेठ
श्रीराम कथा के सप्तम दिवस पर पूज्य महाराज जी ने कहा कि भगवान को पाने के लिए बस उन्हें पुकारो और प्रतीक्षा करो मैया शबरी ,अहिल्या ने पूरे जीवन भगवान कि प्रतिक्षा की और अंततः भगवान उनके पास स्वयं जाकर उनको दर्शन दिए है
पूज्य महाराज जी ने कहा कि हैम सब की यही स्थिति होनी चाहिए कि भगवान के लिए माल में ललक ,प्यास होनी चाहिए
इसीलिए भगवान जब भारद्वाज मुनि के पास गए तो उन्होंने यही कहा कि आज उनके सम्पूर्ण मनोरथ पूर्ण हो गए
महाराज जी ने गुरु महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि जिसका कोई गुरु नही उसका जीवन शुरू नही और गोस्वामी जी ने सम्पूर्ण मानस में समय समय पर गुरु महिमा का बखान किया है
चित्रकूट किलीला का बहुत ही सुंदर व मार्मिक वर्णन किया गया एवं दसरथ जी के मार्मिक महाप्रयाण का महाराज जी ने दर्शन कराया...
इस अवसर पर आयोजक आशुतोष प्रताप सिंह,डा.संजय सिंह राठौर,वीरेन्द्र दूबे,किशन चौबे,विष्णु रघुंवशी सहित हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति रही।
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