उन्नाव में 101 मतदाता सेंट्रल बार चुनाव में दो लोग मैदान मेंउन्नाव। 101 मतदाता सेंट्रल बार चुनाव में अपना दाव अपनाने जा रहे है। बता दे कि इस बार माहौल गर्म होता दिख रहा है। बताते चले कि बार चुनाव में 101 मतदाता 28 फरवरी को सुबह 11 बजे से 3 बजे तक मत दान करेगे और उसी दिन परिणाम भी आ जाएंगे। इस बार अध्यक्ष पद के लिए दो लोग मैदान में है जिसमे एक इंद्र मणि मिश्रा और दूसरे प्रशान्त मिश्रा अपने अपने नामांकन पत्र दाखिल किए हैं। इन्द्र मणि मिश्रा विगत 6 बार से अध्यक्ष है और इस बार पुनः 7 वी बार मैदान में हैं जबकि प्रशांत मिश्रा पहली बार चुनाव में खड़े है। महामंत्री में दो उम्मीदवार थे जिसमे पीयूष अवस्थी और आलोक शुक्ला थे लेकिन आज नाम वापसी के दिन आलोक शुक्ला ने नाम वापसी की है जिसके बाद पीयूष अवस्थी महा मंत्री चुन लिए गए है। चुनाव अधिकारी पंकज कुशवाहा ने बताया कि कल अध्यक्ष महामंत्री और उपाध्यक्ष पद के लिए और अन्य पदों के लिए नामांकन दाखिल हुए थे और आज नाम वापसी के दिन महामंत्री में दो उम्मीदवार थे जिसमे पीयूष अवस्थी और आलोक शुक्ला थे लेकिन आज नाम वापसी के दिन आलोक शुक्ला ने नाम वापसी की है जिसके बाद पीयूष अवस्थी महा मंत्री चुन लिए गए है। इस बार के चुनाव में जहा चुनाव कमेटी निष्पक्ष चुनाव की बात कर रही है तो वही पूर्व में इल्दर कमेटी द्वारा पास किए गए नियमो की अनदेखी की जा रही है। 6 सितंबर 2016 को इल्दर कमेटी और तत्कालीन सैंट्रल बार द्वारा एक प्रस्ताव पास किया गया था जिसमे यह साफ साफ कहा गया था की अध्यक्ष और महामंत्री पद के लिए उसी का नामकन्न होगा जिसकी सदस्यता 2 वर्ष पुरानी होगी। प्रशांत कुमार मिश्रा की सदस्यता मात्र 1 वर्ष पुरानी है लेकिन उसके बाद भी उम्मीदवार बने हुए हैं। चुनाव अधिकारी पंकज कुशवाहा ने अपने बयान में खुद बताया कि मेंबर शिप 1 साल की है चुकी उस प्रस्ताव को इस बार चुनाव के दौरान शामिल नहीं किया गया था और अभी तक किसी प्रकार की कोई शिकायत नहीं आई है। वही सेंट्रल बार के मतदाता इस बात को लेकर नाराज हैं उनका कहना है की या तो चुनाव निरस्त किया जाए और नही तो नामाकन निरस्त किए जाए। अधिवक्ता हरि ओम निगम ने बताया की इस बार चुनाव कमेटी द्वारा सही से निर्णय नही लिए गए हैं ऐसे में चुनाव निरस्त किया जाए। वही अधिवक्ता विजय भान सिंह ने भी मतदान प्रक्रिया को निरस्त करने की मांग की है।
उन्नाव से ब्यूरो चीफ मोहम्मद जमाल की खास रिपोर्ट
उन्नाव। 101 मतदाता सेंट्रल बार चुनाव में अपना दाव अपनाने जा रहे है। बता दे कि इस बार माहौल गर्म होता दिख रहा है। बताते चले कि बार चुनाव में 101 मतदाता 28 फरवरी को सुबह 11 बजे से 3 बजे तक मत दान करेगे और उसी दिन परिणाम भी आ जाएंगे। इस बार अध्यक्ष पद के लिए दो लोग मैदान में है जिसमे एक इंद्र मणि मिश्रा और दूसरे प्रशान्त मिश्रा अपने अपने नामांकन पत्र दाखिल किए हैं। इन्द्र मणि मिश्रा विगत 6 बार से अध्यक्ष है और इस बार पुनः 7 वी बार मैदान में हैं जबकि प्रशांत मिश्रा पहली बार चुनाव में खड़े है। महामंत्री में दो उम्मीदवार थे जिसमे पीयूष अवस्थी और आलोक शुक्ला थे लेकिन आज नाम वापसी के दिन आलोक शुक्ला ने नाम वापसी की है जिसके बाद पीयूष अवस्थी महा मंत्री चुन लिए गए है। चुनाव अधिकारी पंकज कुशवाहा ने बताया कि कल अध्यक्ष महामंत्री और उपाध्यक्ष पद के लिए और अन्य पदों के लिए नामांकन दाखिल हुए थे और आज नाम वापसी के दिन महामंत्री में दो उम्मीदवार थे जिसमे पीयूष अवस्थी और आलोक शुक्ला थे लेकिन आज नाम वापसी के दिन आलोक शुक्ला ने नाम वापसी की है जिसके बाद पीयूष अवस्थी महा मंत्री चुन लिए गए है। इस बार के चुनाव में जहा चुनाव कमेटी निष्पक्ष चुनाव की बात कर रही है तो वही पूर्व में इल्दर कमेटी द्वारा पास किए गए नियमो की अनदेखी की जा रही है। 6 सितंबर 2016 को इल्दर कमेटी और तत्कालीन सैंट्रल बार द्वारा एक प्रस्ताव पास किया गया था जिसमे यह साफ साफ कहा गया था की अध्यक्ष और महामंत्री पद के लिए उसी का नामकन्न होगा जिसकी सदस्यता 2 वर्ष पुरानी होगी। प्रशांत कुमार मिश्रा की सदस्यता मात्र 1 वर्ष पुरानी है लेकिन उसके बाद भी उम्मीदवार बने हुए हैं। चुनाव अधिकारी पंकज कुशवाहा ने अपने बयान में खुद बताया कि मेंबर शिप 1 साल की है चुकी उस प्रस्ताव को इस बार चुनाव के दौरान शामिल नहीं किया गया था और अभी तक किसी प्रकार की कोई शिकायत नहीं आई है। वही सेंट्रल बार के मतदाता इस बात को लेकर नाराज हैं उनका कहना है की या तो चुनाव निरस्त किया जाए और नही तो नामाकन निरस्त किए जाए। अधिवक्ता हरि ओम निगम ने बताया की इस बार चुनाव कमेटी द्वारा सही से निर्णय नही लिए गए हैं ऐसे में चुनाव निरस्त किया जाए। वही अधिवक्ता विजय भान सिंह ने भी मतदान प्रक्रिया को निरस्त करने की मांग की है।
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